अटलजी देश के सफल प्रधानमन्त्रियों में से एक थे । अटलजी मात्र राजनेता ही नहीं अपितु सर्वमान्य व्यक्ति एवं साहित्यकार भी हैं। उनका चिरप्रसन्न एवं मुक्त स्वभाव उनको महान बना देता है।
जन्म व शिक्षा:
अटल बिहारी वाजपेयी का जन्म 25 दिसम्बर 1924 को मध्यप्रदेश के ग्वालियर जिले में हुआ था । इनके पिता पण्डित कृष्णबिहारी वाजपेयी एक स्कूल शिक्षक थे और दादा पण्डित श्यामलाल वाजपेयी संस्कृत के जाने-माने विद्वान् थे । वाजपेयीजी की प्रारम्भिक शिक्षा भिंड तथा ग्वालियर में हुई ।
विक्टोरिया कॉलेज (वर्तमान महारानी लक्ष्मीबाई कला एवं वाणिज्य विश्वविद्यालय) से स्नातक की उपाधि ग्रहण की । राजनीति शास्त्र में एम०ए० करने हेतु ये डी०ए०वी० कॉलेज कानपुर चले आये । कानून की पढ़ाई करते-करते अधूरी छोड़कर राजनीति में सक्रिय हो गये ।राष्ट्रीय स्वयंसेवक :
राष्ट्रीय स्वयंसेवक के रूप में लखनऊ में इन्होंने राष्ट्रधर्म एवं पांचजन्य नामक पत्रिका का सम्पादन किया । इसी तरह वाराणसी से प्रकाशित वीर चेतना साप्ताहिक, लखनऊ से प्रकाशित दैनिक स्वदेश और दिल्ली से प्रकाशित वीर अर्जुन का भी सम्पादन किया ।
राजनीतिक जीवन:
6अप्रैल 1980
ई० में उनको भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष
के पद पर आसीन किया गया।
19 अप्रैल 1998
को भारत के राष्ट्रपति के०आर० नारायणन ने इन्हें प्रधानमन्त्री पद
की शपथ दिलायी । ये 21 मई 2004 तक भारत के प्रधानमन्त्री रहे ।
उपसंहार:
नरेंद्र मोदी के
प्रशासन ने 2014 में घोषणा की कि वाजपेयी के जन्मदिन, 25 दिसंबर को सुशासन दिवस के रूप में चिह्नित किया जाएगा। उम्र से संबंधित बीमारी
के कारण 16 अगस्त 2018 को उनका निधन हो
गया
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